कुरती में !
कुरती में !
की सईया तs भुलाईल बाटे सुरती में
कवन कमी बाटे खूबसूरती में
गरमी बढ़ल हमार कुरती में
गरमी बढ़ल हमार कुरती में
की आईल बा कमी एकरा फुरती में
तs काम नाही आवेला जरूरती में
गरमी बढ़ल हमार कुरती में
गरमी बढ़ल हमार कुरती में
कुरती में !
पहिले से दुःख हमार भईल दुगुना
चढ़ल जवानी में लगावता चुना
लगावता चुना !
अरे का कही ?
पहिले से दुःख हमार भईल दुगुना
चढ़ल जवानी में लगावता चुना
ताकेला ना रूपवा के मूर्ति में
आ कटता दिन जीहजुरती में
गरमी बढ़ल हमार कुरती में
गरमी बढ़ल हमार कुरती में
कुरती में !
कुरती में !
आशु प्रियांशु हमसे बोलेला झूठ हो
दोसरा के थाली नीलकमल करे जुठ हो
आशु प्रियांशु ! जुठ हो !
आशु प्रियांशु रोजे बोलेला झूठ हो
दोसरा के थाली नीलकमल करे जुठ हो
सबका के फेल कईले धूर्त्ति में
आ कमी भईल प्यार के आपूर्ति में
गरमी बढ़ल बाटे कुरती में
आ गरमी बढ़ल बाटे कुरती में
कुरती में !